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दिसंबर, 2022 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

डीमैट अकाउंट क्या होता है और इसे कैसे प्राप्त करें ? 

Business articles by Future blogger Team | Expert Panel Shared this article | you may treat it as interim knowledge and go deeper | डीमैट अकाउंट  क्या  होता है  ?  कुछ साल पहले तक अगर आप किसी कंपनी का शेयर ख़रीदते थे तो   वह आप को  आपके दिए एड्रेस    पर   उस के कागज़ भेजती थी जो इस बात का सबूत होते थे कि आपने उस कंपनी के शेयर ख़रीदे हैं और जब आप उस कपंनी के शेयर बेच देते थे तो वह कागज़ आप कंपनी के दफ्तर भेज देते थे फिर कंपनी यह देखती थी कि जब आप ने शेयर बेचे तो शेयर का क्या भाव था फिर आप को वह पैसे देती थी-जिस में बहुत वक़्त लगता  था |  आपके द्वारा हर दिन किए जाने वाले कार्यों को देखते हुए इक्विटी या ऋण जैसे अपने वित्त को प्रबंधित करना परेशानी भरा हो सकता है।   इन कागजी कार्रवाई की प्रक्रिया को सरल और सुगम बनाने के लिए भारत   सरकार   ने ए नएसई पर व्यापार के लिए 1996 में डीमैट अकाउंट प्रणाली की शुरुआत की।   इस   अधिनियम ने सभी के लिए कुछ क्लिकों में अपनी वित्तीय प्रतिभूतियों का प्रबंधन करना आसान बना दिया है।  शेयरों या अन्य प्रतिभूतियों की भौतिक प्रतियां प्राप्त करने के बजाय, एक डीमैट खाता आ

अब वैस्विक बाजार में रुपया देगा डॉलर स्वीकृति को चुनौती, 35 से ज्यादा देशो ने दिखायी रुपया से व्यापार में रुचि, भारत सरकार का प्लान-आपदा में अवसर की तलाश

डॉलर की बादशाहत जैसा के वैस्विक व्यापार को लेकर अनिश्चित्ता जारी है कई बडे देशो की करेंसी डॉलर के आगे गिरती जा रही है कुछ ऐसा ही हाल भारतीय रुपये का भी है दरसल बैंक और एक्सपोर्ट हाउस के बीच डॉलर की भारी मांग इसका एक कारण है | एक्सपर्ट्स की माने  तो  चाइना अमेरिका ट्रेड वॉर भी भारती य   रुपये  के खस्ता हाल का जिमदार है  भारतीय मुद्रा सहित दुनियाभर की करेंसी इस समय डॉलर के सामने पानी भर रही है. इसका कारण ये नहीं कि किसी देश की मुद्रा कमजोर हो रही है, बल्कि डॉलर में आ रही मजबूती की वजह से उस मुद्रा पर दबाव है. आलम ये है कि अमेरिका डॉलर को मजबूत बनाने के लिए हरसंभव कोशिश कर रहा है, जिसका खामियाजा पूरी दुनिया को भुगतना पड़ रहा. दुनिया भर में कुल 185 मुद्राएं हैं जिनमे काई सारी करेंसी काफी मजबूत हैं, वैसे चीन की युआन और यूरो जैसी करेंसी ने डॉलर को कड़ी टक्कर दी है लेकिन वैस्विक स्वीकृति केवल डॉलर को ही मिली है, बाकी  करेंसी   बहुत कोसिस के बवजूद भी अपना सिक्का जमाने में असमर्थ ही हैं  और डॉलर की बादशाहत जारी है  अगर आंकड़ों की बात करें तो दुनिया का 85 फिसदी व्यापार डॉलर में होता है और 40 फिस

दुनिया का पहला स्मार्टफोन किसने और कब बनाया था? | विश्व के पहले स्मार्टफोन का क्या नाम था? | क्या आप जानते हैं

दुनिया का पहला स्मार्टफोन किसने और कब बनाया था? | विश्व के पहले स्मार्टफोन का क्या नाम था? | क्या आप जानते हैं | Future Blogger Team आज हर दूसरे तीसरे दिन किसी न किसी कंपनी का नया मोबाइल फोन लॉन्च हो जाता है  लगभग सभी लोगों के पास एक या दो मोबाइल तो होता ही है। आज दुनिया भर में अनगिनत संख्या में अलग-अलग प्रकार के स्मार्टफोन मौजूद हैं ।   इन स्मार्टफोन मे रोजाना कुछ न कुछ नया होता रहता है, और कंपनिया एक से एक अच्छे फीचर अपने स्मार्टफोन में देने की कोशिस करती रहती है। दोस्तों आज  स्मार्टफोन  हमारी जिंदगी का अहम हिस्सा हैं और इसके बिना रहने के बारे में सोच पाना भी काफी मुश्किल हैं. लेकिन एक समय ऐसा भी था जब स्मार्टफोन और मोबाइल फोन से शायद ही कोई परिचित था. लेकिन आज समय बदल चुका हैं. मोबाइल फोन का स्थान अब स्मार्टफोन ने ले लिया हैं और तेजी से  स्मार्टफोन  यूज़र्स की संख्या बढ़ती जा रही हैं.  लेकिन कभी आपने यह सोचा है कि आखिर दुनिया का पहला स्मार्टफोन कौन सा था और कब लांच किया गया था तथा वह स्मार्टफोन कैसा दिखता था तो आज आपको इन सभी सवालों के जवाब यहां मिल जाएंगे तो इस आर्टिकल को विस्तार से

फाइटर जेट निर्माण में शामिल आज़ाद भारत में पहली स्वदेशी कंपनी हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड, कार्य शैली में राष्ट्र गौरव झलकता है

फाइटर जेट निर्माण में शामिल पहली स्वदेशी कंपनी हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड-एक नजर में, कार्य शैली में राष्ट्र गौरव झलकता है | Future Blogger Team | नवरत्न कंपनियां केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र के उद्यमों में कंपनियों का एक समूह है जिसने वित्तीय स्वायत्तता को बढ़ाया है। भारत सरकार ने शुरू में 1997 में नौ सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों (PSU) को नवरत्न का दर्जा दिया था। आ गामी वर्षों में, नवरत्न कंपनियों की सूची का विस्तार 14 हो गया है। नवरत्न कंपनियां क्या होती हैं? एक कंपनी को भारत सरकार से नवरत्न कंपनी वर्गीकरण प्राप्त करने के लिए कुछ पात्रता मानदंडों को पूरा करना होता है । इन कंपनियों, उनके पात्रता मानदंड और भारत में कुल नवरत्न कंपनियों की सूची के बारे में यहाँ जानें। भारत सरकार कुछ केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र के उद्यमों को अधिक वित्तीय स्वायत्तता की अनुमति देती है। इन कंपनियों को नवरत्न कंपनी के नाम से जाना जाता है। कुल मिलाकर, CPSE को इसमें वर्गीकृत किया गया है: महारत्न कंपनियाँ नवरत्न कंपनियां मिनिरत्न कंपनियाँ नवरत्न कंपनियों को स्पष्ट सरकारी अनुमोदन की आवश्यकता के बिना ₹1,000 कर